बीजिंग, चीन में नाबालिगों के खिलाफ अपराधों की संख्या निरंतर बढ़ रही है। वर्ष 2017 से वर्ष 2019 तक प्रोक्यूरेटोरियल संस्थाओं ने नाबालिगों के खिलाफ कुल 1.6 लाख से अधिक अपराधों के मुकदमे चलाये। मुकदमों की सुनवाई में यह पता लगा कि इस तरह के मुकदमे मुख्य तौर पर परिवार, स्कूल, प्रशिक्षण संस्थान, मनोरंजन स्थल आदि बंद वातावरण में पैदा हुए। इसलिये अन्य लोग बहुत मुश्किल से इसे देख सकते हैं। और बहुत बच्चे दुर्व्यवहार के बाद दूसरों से मदद मांगने से डरते हैं या झिझकते हैं। अगर ऐसे मामलों का ठीक समय पर पता नहीं चला, तो नाबालिगों को बचाने व सहायता देने में बुरा प्रभाव पड़ेगा।
चीन के सर्वोच्च जन प्रोक्युरेटोरेट द्वारा चीनी राष्ट्रीय निगरानी कमेटी, शिक्षा मंत्रालय, सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय, नागरिक मामलात मंत्रालय, न्याय मंत्रालय, राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग, कम्युनिस्ट यूथ लीग सेंट्रल और राष्ट्रीय महिला संघ के साथ हस्ताक्षर की गयी नाबालिगों को हानि पहुंचाने के मुकदमे पर अनिवार्य रिपोटिर्ंग प्रणाली स्थापित करने की राय जारी हुई।