नई दिल्ली, अभिनेता से निर्माता बने अभय देओल का कहना है कि मैंने हमेशा स्वतंत्र सिनेमा का समर्थन किया है और हमेशा पहले से चले आ रहे फॉर्मूले को बदलना चाहा है।
उन्होंने आईएएनएस से कहा, "मैंने हमेशा फॉर्मूला बदलना चाहा है, कथाओं में उन विचारों से बचना चाहा जो दोहराए जा रहे हैं।"
अभय देओल मेघा रामास्वामी की फिल्म 'व्हाट द ओड्स' के निर्माता हैं, जो कि वर्तमान में नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग कर रही है। इस मौके पर अभय ने जोर देकर कहा कि उन्होंने अपने करियर की शुरूआत से ही हमेशा स्वतंत्र सिनेमा का समर्थन किया है।
वो कहते हैं, "एक अभिनेता के रूप में मैंने डेब्यू निर्देशकों के साथ काम किया और अब मैं एक निमार्ता के रूप में इसे आगे बढ़ा रहा हूं। इम्तियाज अली को 'सोचा ना था' बनाने के लिए मैं उन्हें अपने भाई के पास भी ले गया, जो कि मुख्य धारा से अलग तरह की फिल्म थी।"
यहां तक कि कई प्रसिद्ध अभिनेताओं को अब बढ़ी संख्या में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म के लिए बनाई गई सामग्री में देखा जाता है। 'मनोरमा सिक्स फीट अंडर' में अपने अलग तरह के परफॉर्मेंस के लिए मशहूर अभिनेता को लगता है कि वहां अच्छा लेखन हुआ है।
उन्होंने आगे कहा, "यह केवल ओटीटी प्लेटफॉर्म है जो हमें तय फॉमूर्ले से दूर ले जाएगा। बॉलीवुड में लोग यथास्थिति क्यों बदलेंगे? समय के साथ, ये प्लेटफॉर्म ऐसे अभिनेताओं को पैदा करेंगे, जिन्हें उनके द्वारा निभाए जाने वाले पात्रों के लिए पहचाना जाएगा। न कि उनसे पहचाने जांएगे जिन ब्रांड, निमार्ताओं के लिए वे काम करते हैं या जिन अभिनेताओं के साथ काम करते हैं।"