नई दिल्ली, कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण चारों ओर छाई उदासी को दूर करने की अब पहल हो रही है। लॉकडाउन के दौरान लोगों की रचनाओं को अब प्लेटफॉर्म देकर प्रतियोगिता की शुरुआत हुई है। मकसद है कि देश में रचनात्मक गतिविधियों को फिर से शुरू कर पहले की तरह जनमानस में उत्साह का संचार किया जाए। फिल्म ग्रेफिटी और संप्रेषण की ओर से आयोजित किए जा रहे प्रथम इंडियन आइसो फेस्ट 2020 से नकारात्मक सोच को खत्म करने की कोशिश हो रही है।
संकट की इस घड़ी में देखने में आ रहा है कि लोगों की रचनात्मकता समाप्त नहीं हुई है। लोगों ने इस लॉकडाउन को भी सकारात्मक रूप में लिया है। अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए उन्होंने नए मंच ढूंढ लिए हैं। ऐसे ही सकारात्मक सोच रखने वाले व्यक्तियों के लिए फिल्म ग्रेफिटी ने एक मंच की स्थापना की है, जहां पूरे विश्व के कल्पनाशील फिल्म मेकर्स, स्टिल फोटोग्राफर्स, म्यूजि़क वीडियो निर्देशक, संगीतकार और गायक एक जगह एक मंच पर अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इस उत्सव की विशेषता ये हैं कि इसमें जो भी प्रस्तुतियां होंगी, वह सब आइसोलेशन काल की होंगी।
समारोह के निदेशक अतुल पांडेय ने कहा कि आइसोलेशन काल की बनाई गई कृतियों को मंच प्रदान कर लोगों की रचनात्मकता को बाहर लाने की कोशिश है। इस फेस्टविल में शॉर्ट फिल्म, मौलिक संगीत, गीत, वाद्य संगीत, म्यूजि़क वीडियो, प्रोमो, टीजर्स, स्टिल फोटोग्राफी श्रेणी में आप अपनी कृतियां भेज सकते हैं। ये किसी भी भाषा में हो सकती है। विजेताओं को नकद पुरस्कार के साथ उनके काम को विभिन्न प्रसार माध्यमों के माध्यम से दर्शकों तक पहुंचाया जायेगा। इस समारोह में चयनित कृतियों को अनेक राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर डिजीटल माध्यम से विश्व भर के लोगों को दिखाया जायेगा। प्रतियोगिता में 1 जनवरी से लेकर 31 जुलाई 2020 तक सृजित कृतियों को शामिल किया जाएगा।