चंडीगढ़। गढ़वाल सभा चंडीगढ़ के पदाधिकारी और कार्यकारिणी की बैठक में गढ़वाल सभा के तीन सदस्यों को छह वर्ष के लिए सभा से निलंबित कर दिया गया। बीबी बहुगुणा, कुंदन लाल उनियाल, बीएस बिष्ट को निलंबित किया गया है।
इस बैठक का आयोजन गढ़वाल सभा चंडीगढ़ के प्रधान बिक्रम सिंह बिष्ट की अध्यक्षता में किया गया इस बैठक में सभा के अस्सी सदस्य मौजूद थे। 29 अगस्त को आयोजित की गई इस बैठक में सभा के सचिव अरुण प्रकाश भी मौजूद थे। इस बैठक का मुख्य एजेंडा 22 अगस्त को गढ़वाल भवन सेक्टर-29 के गेट पर धरना प्रदर्शन देने वालों के खिलाफ एक्शन लेना था। इस बैठक में बिक्रम सिंह बिष्ट ने स्पष्ट किया कि गेट पर धरना प्रदर्शन करने वाले मुख्य रूप से तीन सदस्य सभा के चुनाव की मांग कर रहे थे जबकि कोर्ट के आदेश के अऩुसार फिलहाल चुनाव नहीं करवाए जा सकते हैं। जिसके बारे में यह सदस्य अन्य सभा के सदस्यों को गुमराह कर रहे थे। इस बारे में उत्तराखंड पर्वतीय सभा के प्रधान सुरेंद्र सिंह रावत ने कहा कि तीन सदस्यों को निलंबित ही ठीक है। रुद्र प्रयाग जनकल्याण मंच के प्रधान सरूप सिंह ने कहा कि यदि कोर्ट द्वारा आदेश दिया गया है तो फिर चुनाव कैसे करवाए जा सकते हैं। टिहरी गढ़वाल विकास परिषद रघुवीर सिंह पवार ने कहा कि हरेक सभा की गाइडलाइन होती है, जरूर यह है कि सभा के सदस्यों को मिलकर चलना चाहिए। इस प्रकार की गतिविधियां सभा के विरोध में की जा रही थीं। इस वजह से जो निर्णय लिया गया वह ठीक है। पौड़ी गढ़वाल एकता मंच के प्रधान महेंद्र सिंह रावत और उत्तराखंड जन चेतना मंच दीपक असवाल ने भी सभा के निर्णय का स्वागत किया।